अब होगी 15 साल से पुराने वाहनो की पकड़
देश की राजधानी दिल्ली से हमेशा ही प्रदूषण की खबर आती रहती है। प्रदूषण से निपटने के लिए पुरानी सरकार ने कुछ प्रयास तो किए है पर कुछ भी प्रयास अभी तक सफल नहीं हो पाए है। प्रदूषण का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली में प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है।
दिल्ली में नई सरकार बनने पर प्रदूषण से लड़ने के लिए सरकार द्वारा ताबड़तोड़ फैसले लिए जा रहे है , जिसमें एक फैसला यह भी लिया गया है कि 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ियों को पेट्रोल और डीजल नहीं दिया जाएगा।
क्या कहा पर्यावरण मंत्री ने
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मीडिया में बयान देते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर पुराने वाहनों से बहुत ज्यादा प्रदूषण हो रहा है और यह भी कहा कि जितने भी 15 साल से पुराने वाहन है उन्हें 31 मार्च के बाद से तेल नहीं दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि हम हर पेट्रोल पंप पर ऐसे गेजेट्स लगाएंगे जिनसे 15 साल से पुराने गाड़ियों की पहचान की जा सके हमने 80% पेट्रोल पंप पर ये गेजेट्स लगा चुके है और बाकी बची पंपों पर भी यह जल्द ही लगा दिए जाएंगे।
अगर आप पहले ट्रैफिक पुलिस से बचकर पुरानी गाड़ियों को चला रहे थे तो अब वो नहीं चला पाएंगे। दिल्ली में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए रेखा गुप्ता सरकार ने एक ओर नया फैसला लिया है जिसमें 15 साल से पुराने गाड़ियों को पेट्रोल पंप पर तेल नहीं दिया जाएगा और अगर आप पकड़े गए तो आपको कर को तुरंत जप्त कर लिया जाएगा।
पेट्रोल पंप के अलावा भी सड़कों पर पुरानी गाड़ियों को पकड़ने के लिए एक टीम बनाई जा रही है जो इसी गाड़ियों की पहचान करेगी और दिल्ली में पुरानी गाड़ी प्रवेश ना कर सके इसपर भी वह काम करेगी। दिल्ली सरकार की यह टीम पूरी दिल्ली में पुरानी गाड़ियों की पहचान कर उन्हें जप्त करने का काम करेगी।
दिल्ली सरकार द्वारा लिए गए अन्य फेसले
इसके अलावा पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण को कम करने के लिए ओर भी कई फैसले लिए है। हाईराइज बिल्डिंग, होटल, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में स्मोक गन लगाना जरूरी होगा। बड़े औद्योगिक संस्थानों को भी प्रदूषण घटाने के लिए नए गेजेट्स लगाने होंगे। कंस्ट्रक्शन साइट्स को आसपास का एरिया भी ग्रीन करने का जिम्मा लेना होगा। दिल्ली के हवाई अड्डों को भी कार्बन क्रेडिट कम करने के लिए गेजेट्स लगाने होंगे। अगले 3 महीने भारी प्रदूषण की स्थिति में पूरी दिल्ली क्लाउड सीडिंग होगी। दिल्ली में खाली जमीनों पर लोगों की मदद से जंगल विकसित किए जाएंगे क्योंकि पेड़ प्रदूषण को नियंत्रित करने में सबसे अहम भूमिका निभाते है।
दिल्ली में अभी अभी सरकार बदली है चुनाव में दिल्ली का प्रदूषण भी एक बहुत अहम मुद्दा था। पुरानी सरकार कुछ खास काम नहीं कर पाई थी। अब कर दिखाने का जिम्मा नई बनी रेखा गुप्ता की सरकार पर है, इसीलिए प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ताबड़तोड़ फैसले लेने में लगी है। अब देखना यह हैं कि दिल्ली सरकार के यह प्यास कितना असरदार होते है और दिल्ली के प्रदूषण को कितने हद तक कम कर पाते है।